ताज़ा खबर
OtherPoliticsTop 10ताज़ा खबरदुनियाभारत

रूस और यूक्रेन के बीच टेंशन बढ़ी, अमेरिका ने फौज भेजा

Share

अमेरिका ने पोलैंड में तैनात किए 1700 एयरबोर्न सैनिक
पोलैंड। यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंकाओं के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडेन के आदेश के बाद रविवार को पोलैंड में 1700 यूएस एयरबोर्न इन्फैंट्री (पैराशूट) सैनिकों की तैनाती कर दी गई है। 82वें एयरबोर्न डिवीजन के सैनिकों को कमांडर मेजर जनरल क्रिस्टोफर के नेतृत्व में यूक्रेन की सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी पोलैंड में उतारा गया है।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी के अनुसार, यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव से वहां हमले की आशंका पैदा हो गई है। इस कारण यूरोप में सैनिकों की यह अस्थायी तैनाती की गई है।

इस बीच, अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए बड़ी मात्रा में सैन्य साजो-सामान जुटा लिए हैं। अमेरिका ने आशंका जताई है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है।

शनिवार को अमेरिकी अखबारों में एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया गया था कि रूस के हमले से यूक्रेन में 50 हजार से ज्यादा लोगों की जान को खतरा है। अमेरिका के 8,500 अतिरिक्त सैनिक तैयार हैं। नाटो के बुलाने पर उन्हें तुरंत रवाना कर दिया जाएगा।

उधर, रूस ने कहा है कि उसकी यूक्रेन पर हमले की कोई योजना नहीं है। रूस का आरोप है कि अमेरिका और यूरोपीय देश इस क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाकर हालात बिगाड़ रहे हैं। वे क्षेत्र में युद्ध भड़काना चाहते हैं।

बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख 20 हजार सैनिकों की तैनाती कर दी है। दूसरी ओर बेलारूस की तरफ से भी यूक्रेन को घेरा जा रहा है।

समाचार एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने सैन्य अभ्यास के नाम पर 30 हजार सैनिक बेलारूस भेजे हैं। रूस ने विशेष कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित 30 हजार सैनिक, एसयू-35 लड़ाकू विमान, एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम और परमाणु हमला करने में सक्षम स्कैंडर मिसाइल तैनात किए हैं।


Share

Related posts

27 साल बाद आया अदालत का फैसला, लकड़ी चोरी के मुकदमें में मिली एक दिन की जेल

samacharprahari

भिवंडी में भीषण आग, 5 गोदाम जलकर ख़ाक

samacharprahari

विधान परिषद की 30 सीटों के लिए 20 जून को चुनाव

samacharprahari

होली बहुरंगी त्योहार है, लेकिन कुछ लोगों को केवल एक रंग पसंद: अखिलेश यादव

Prem Chand

अमेरिका में भारतीय छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ीं, F-1 वीजा में 38% की गिरावट

samacharprahari

संसद सत्र के पहले पवार ने ठाकरे से की मुलाकात

samacharprahari