सांसदों के निलंबन पर जंतर-मंतर पर इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन
डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली।:विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ देशभर में इंडिया गठबंधन के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर इंडिया गठबंधन की ओर से केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध जताया जा रहा है। विपक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है। मोदी सरकार संसद में बिल पास करवाने के मकसद से सांसदों को निलंबित कर रही है। अब तक कुल दोनों सदनों से 146 सांसद निलंबित हो चुके हैं। विपक्ष इस मुद्दे को देशभर में ले जा रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है। आप जितनी नफरत फैलाओगे, हम उतनी मोहब्बत फैलाएंगे। संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग खुद को देशभक्त कहते हैं, उनकी हवा निकल गई।
राहुल ने कहा कि आज देश में भयंकर बेरोजगारी है। लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं। एक सर्वे के अनुसार, आज युवा करीब साढ़े 7 घंटे मोबाइल चलाते हैं। देश का युवा, नरेंद्र मोदी की सरकार में सोशल मीडिया पर बैठा है क्योंकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने उन्हें रोजगार नहीं दिया।
खुद को देशभक्त कहने वाले भाग गए
संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कुछ सवाल
पहला सवाल: वो अंदर कैसे आए?
दूसरा सवाल: उन्होंने ये प्रदर्शन क्यों किया? इसका जवाब है – बेरोजगारी
: श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/WeaOpeLRkx
— Congress (@INCIndia) December 22, 2023
बता दें कि इंडिया गठबंधन शुक्रवार से देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। इंडिया गठबंधन संसद से 146 सांसदों को सस्पेंड किए जाने का विरोध कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि पार्लियामेंट हाउस में 2-3 युवा कूद कर अंदर आ गए, हम सबने देखा वो अंदर आए और थोड़ा धुआं फैलाया। बीजेपी के सब सांसद भाग गए, जो अपने आपको देशभक्त कहते हैं, उनकी हवा निकल गई। सवाल है कि वो पार्लियामेंट के अंदर कैसे आए? अगर वो गैस का सिलेंडर अंदर ले आए, तो कुछ और भी ला सकते थे। उन्होंने ऐसा क्यों किया, इसका कारण बेरोजगारी है।
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है… अगर आपकी हालत यही है, तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी? मैं जब सदन में बात करने के लिए उठता था, तो उस समय मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता था… तो मैं क्या कहूं कि ये बीजेपी के लोग, बीजेपी की सरकार, एक दलित को बोलने नहीं दे रही है? क्या मैं ऐसा कहूं?’