नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देने की तैयारी की जा रही है। परिवार कल्याण योजना के तहत हर परिवार की आईडी बनाने के लिए आवेदन पोर्टल का ट्रायल जल्द शुरू किया जाएगा, जिस पर परिवार आईडी के लिए आवेदक को खुद आवेदन करना होगा।
सरकार के पास प्रदेश के हर परिवार का डेटा होने से विभागों को मदद मिलेगी और योजनावार तरीके से युवाओं को रोजगार दिलाया जा सकेगा। इससे हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार का सपना साकार होगा।
परिवार आईडी कार्ड बनेगा रोजगार का आधार
परिवार कल्याण योजना हर परिवार के लिए रोजगार का आधार बनेगा। पोर्टल पर फीड डेटा के अनुसार लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर सरकार को नई योजनाएं बनाने में भी मदद मिलेगी। कौशल विकास मिशन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम सहित अन्य विभाग युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण देगा।
यूपी ने रोजगार देने में 17 राज्यों को पछाड़ा
सेंटर फॉर मानिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, रोजगार देने में उत्तर प्रदेश ने 17 राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। साल 2016 में यूपी में मिशन रोजगार की शुरूआत के बाद से अब तक सवा पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी, तीन लाख युवाओं को सरकारी विभागों में संविदा पर सेवा और एमएसएमई में दो करोड़ लोगों को रोजगार दिलाया गया है। इसके अलावा मनरेगा, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से करीब ढाई करोड़ लोगों को और ओडीओपी में 25 लाख लोगों को रोजगार दिलाया गया है।