शिंदे शिवसेना के उम्मीदवारों को मनसे की चुनौती, बीजेपी का छिपा समर्थन
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। राजनीति और पुत्र मोह में सब कुछ संभव है। कभी बीजेपी के कट्टर विरोधी रहे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे आज कल बीजेपी से गलबहियां करते देखे जा सकते हैं। सोशल मीडिया पर फडणवीस और ठाकरे के साथ वाली तस्वीर खूब वायरल हो रही है। हालांकि राज ठाकरे और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच बढ़ती नजदीकियां उत्तर भारतीय वोटर्स सहित गुजराती और राजस्थानी मतदाताओं को रास नहीं आ रही है।
लोकसभा के चुनाव में राज ठाकरे की मनसे के साथ बीजेपी ने गठबंधन करने की पूरी कोशिश की थी। यहां तक कि राज ठाकरे दिल्ली का दौरा भी कर आए। अमित शाह के साथ उनकी मुलाकात भी हुई, लेकिन यह गठबंधन उत्तर भारतीय, गुजराती, राजस्थानी सहित दूसरे राज्यों के लोगों को पसंद नहीं आया।
उत्तर भारतीय वोटर्स नाराज
उत्तर भारतीय वोट बैंक को देखते हुए बीजेपी ने उस वक्त स्थिति की नजाकत को भांप लिया और अपने कदम पीछे खींच लिए थे। राज के साथ गठबंधन करने का मामला तब ठंडे बस्ते में चला गया था। हालांकि, लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन दिया था।
बता दें कि राज ठाकरे के मनसे की भूमिका उत्तर भारतीय विरोधी रहI है। जब मनसे ने बीजेपी को समर्थन दिया, तब उत्तर भारतीय वोटर्स की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी ने सफाई दी थी कि राज ठाकरे के साथ उनका कोई गठबंधन नहीं हुआ है। राज ठाकरे ने मोदी जी को समर्थन दिया है।
विधानसभा चुनाव में पहली बार राज ठाकरे अपने बेटे को लॉन्च कर रहे हैं। माहिम विधानसभा सीट पर अमित ठाकरे चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट के साथ ही 10 सीटों पर शिंदे की शिवसेना के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जहां मनसे का भी उम्मीदवार चुनावी मैदान में है।
मनसे प्रमुख ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है, 10 सीटों पर मनसे ने बीजेपी से समर्थन मांगा है। पर्दे के पीछे से बीजेपी का छिपा समर्थन भी है। फडणवीस और राज ठाकरे के बीच चर्चा भी हुई है।