हाइलाइट्स
आलमारी में कपड़े-घड़ी और कार्टन में थे रुपये केके पाठक के घूसखोर अफसर के पास है करोड़ों की प्रॉपर्टी
डिजिटल न्यूज डेस्क, सिवान। बिहार शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के यहां अकूत संपत्ति की जानकारी विजिलेंस डिपार्टमेंट को मिली है। जांच अधिकारियों ने एक डायरी जबित की है, जिसमें काली कमाई का पूरा हिसाब-किताब दर्ज है। सिवान के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) मिथिलेश कुमार के पटना के फ्लैट, सिवान स्थित आवास और ऑफिस पर टीम ने एक साथ छापेमारी की। इस दौरान मिथिलेश कुमार के आवास और कार्यालय से 16 लाख कैश, ज्वेलरी, 7 जमीन और 5 फ्लैट के कागज सहित अन्य चीजें बरामद हुई हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विभाग के पदाधिकारी के आवास से अकूत संपत्ति बरामद होने से हड़कंप मचा हुआ है।
डायरी में घूस का हिसाब-किताब
सिवान डीईओ मिथिलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी में एक डायरी मिली है। जिसमें लेनदेन का पूरा रेकॉर्ड है। मिथिलेश कुमार ने किससे कब, कहां, किस काम के लिए, किस दिन, किस समय, कितने पैसे लिए हैं, इसका लेखा-जोखा है।
जांच टीम शिक्षक रजनीश कुमार की शिकायत पर गठित की गई थी। मिथिलेश कुमार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, कार्यालय में रजिस्टर और खेलकूद की सामग्री की खरीद में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया था।
आलमारी में पुराने कपड़ों के नीचे रखे थे कैश
मिथिलेश कुमार ने आलमारी में कपड़े, घड़ियां, टाई, पैन और ज्वेलरी बहुत ही संभाल कर रखे थे, लेकिन पैसों को पॉलिथीन में लपेट कर पेपर में रखा गया था। उसे रद्दी कार्टन में फेंका गया था। उसके ऊपर बेकार कपड़े तह कर के रखे हुए थे। कार्यालय में फाइलों के बीच में भी रुपये छिपा कर रखे गए थे। ग्रेटर नोएडा में उनके नाम पर 4 फ्लैट हैं। औरंगाबाद में 5 जमीन और पटना में 1 फ्लैट व 2 जमीन के कागज मिले हैं।
अप्रैल में ही राज्यपाल ने किया था सम्मान
सिवान के डीईओ मिथिलेश कुमार को अप्रैल में ही अच्छे कार्यों के लिए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सम्मानित किया था। यह सम्मान उन्हें विभिन्न परीक्षाओं को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए दिया गया था।