नोटबंदी की विफलता पर विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार
प्रहरी संवाददाता, नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी के छह साल पूरा होने के बाद चलन में नकदी 72 प्रतिशत बढ़ गई है। नोटबंदी एक ‘संगठित लूट ‘ थी। नोटबंदी पर सरकार के सभी दावे धराशायी हो गए हैं। कालाधन कम नहीं हुआ, स्विस बैंक में भारतीयों का धन 14 साल के उच्चतम स्तर पर है। रिजर्व बैंक की 2021-22 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा कि 500 रुपये के नकली नोटों में 102 प्रतिशत और 2000 के नकली नोटों में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मोदी सरकार को नोटबंदी पर ‘श्वेत पत्र’ लाना चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नोटबंदी ‘पेपीएम’ द्वारा जानबूझकर उठाया गया कदम था ताकि उनके उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंच सके। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ‘उन 150 से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि, जिन्होंने नोटबंदी की त्रासदी के कारण अपनी जान गंवा दी। क्या प्रधानमंत्री मोदी भयावह विफलता के लिए माफी मांगेंगे?’
पार्टी नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटबंदी रूपी इस भयावह विफलता को स्वीकार करना चाहिए।
कांग्रेस ने कहा, ‘पिछले 6 साल में अर्थव्यवस्था में जो कैश-इन-सर्कुलेशन (चलन में नकदी) है, वो 72 प्रतिशत बढ़ा है। 2016 में अर्थव्यवस्था में चलन में नकदी 17.97 लाख करोड़ रुपये थी, जो आज 30.88 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है।’