छह साल में यूपीएससी, एसएससी और रेलवे बोर्ड ने की 4.45 लाख भर्ती
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। भारत के युवाओं को साल में दो करोड़ रोजगार देने का वादा करनेवाली सरकार के विभिन्न विभागों में 8.72 लाख पदों पर कोई नियुक्ति नहीं की जा सकी है। युवाओं को रोजगार देने के नाम पर बहका कर उनका वोट बटोरने वाली केंद्र सरकार के मंत्री ने यह जानकारी गुरुवार को संसद में दी है। पिछले छह सालों में 12 करोड़ रोजगार दिया जाना था, लेकिन तीन प्रमुख एजेंसियों के मार्फत केवल 4 लाख 44,813 नियुक्तियां ही हो पाई हैं।
कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि एक मार्च 2020 तक केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में करीब 8.72 लाख पद खाली थे। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि केंद्र सरकार के सभी विभागों में स्वीकृत पदों की संख्या 40,04,941 (1 मार्च, 2020 तक) थी, जिनमें से 31,32,698 कर्मचारी कार्यरत थे। उन्होंने कहा कि एक मार्च 2020 तक रिक्त पदों की कुल संख्या 8,72,243 थी।
उन्होंने तीन प्रमुख भर्ती एजेंसियों द्वारा पिछले पांच वर्षों में की गई भर्तियों का ब्यौरा देते हुए कहा कि वर्ष 2016-17 से 2020-21 के बीच संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 25,267 उम्मीदवारों की भर्ती की है, वहीं कर्मचारी चयन आयोग ने 2,14,601 उम्मीदवारों को नियुक्त किया है। रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने भी इस दौरान 2,04,945 उम्मीदवारों की भर्ती की है।