प्रहरी संवाददाता, मुंबई- नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चुनावी दंगल छिड़ चुका है। ऐसे में जातिगत जनगणना की पुरजोर मांग करने वाली कांग्रेस ने शुक्रवार को राज्य की महायुति सरकार पर जातिगत जनगणना में देरी का आरोप लगाया। कांग्रेस की ओर से मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच पर महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति को लेकर निशाना साधा कि महायुति ने मोदी सरकार से सीख लेते हुए जातिगत जनगणना में देरी करने की रणनीति अपनाई है।
कांग्रेस नेता रमेश का कहना था कि पीएम मोदी और महायुति सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराने से इनकार के चलते महाराष्ट्र में पारंपरिक रूप से वंचित कई समुदायों को साफ तौर पर नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कई समुदाय वर्षों से जातिगत जनगणना कराने और सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मानव विकास सूचकांक के मानकों पर इन समुदायों का जाति के आधार पर पिछड़ापन स्पष्ट है, लेकिन उन्हें महायुति सरकार से कोई समर्थन नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री शिंदे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम ने आरक्षण की मांग पर दूसरे राज्यों की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने की दुहाई भले ही दी है, लेकिन इस दिशा में कोई सार्थक प्रगति नहीं हुई है। रमेश का कहना था कि कांग्रेस ने बार-बार राष्ट्रव्यापी जातिगत जनगणना और एसटी, एससी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर 50% की सीमा हटाने की मांग की है।