प्रहरी संवाददाता, मुंबई। इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के आगमन से क्रिकेट पूरी तरह से कॉर्पोरेट कल्चर में ढल गया है। क्रिकेट बोर्ड जल्द ही आईपीएल की नई टीमों को खरीदने के लिए निविदा आमंत्रित करेगा। अगले साल यानी 2022 के आईपीएल सत्र में दो नई फ्रेंचाइजी टीमों को जोड़ने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को लगभग 5000 करोड़ रुपये की कमाई होगी।
बताया जा रहा है कि सालाना 3000 करोड़ रुपये या इससे अधिक का टर्न ओवर रखने वाली कंपनियों को ही बोली प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। यही नहीं बीसीसीआई कंपनियों के समूह को भी टीम खरीदने के लिए अनुमति देने की योजना बना रहा है। इससे बोली प्रक्रिया अधिक रोचक बन जाएगी।
बता दें कि आईपीएल में फिलहाल आठ टीमों को ही शामिल किया गया है। अगले वर्ष से इसमें 10 टीमें खेलेंगी। आईपीएल संचालन परिषद की हाल की बैठक के दौरान इसकी बोली प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। बीसीसीआई ने आईपीएल टीम खरीदने के लिए मंगलवार को बोली आमंत्रित की। ‘निविदा आमंत्रण’ पांच अक्तूबर तक दी जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार, ‘कोई भी कंपनी 10 लाख रुपये देकर बोली दस्तावेज खरीद सकती है। पहले दो नई टीमों का आधार मूल्य 1700 करोड़ रुपये रखने पर विचार किया जा रहा था, लेकिन अब आधार मूल्य बढ़ाकर 2000 करोड़ रुपये करने का फैसला किया गया है।’ बोली प्रक्रिया योजना के अनुसार आगे बढ़ी तो बीसीसीआई को कम से कम 5000 करोड़ रुपये का लाभ होगा। कई कंपनियां बोली प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखा रही हैं। अगले सत्र में आईपीएल में 74 मैच होंगे और यह सभी के लिए फायदे वाली स्थिति होगी।
बीसीसीआई ने बयान में कहा, ‘आईपीएल की संचालन परिषद आईपीएल 2022 सत्र से इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेने के लिए प्रस्तावित दो नई टीमों में से एक का स्वामित्व और संचालन का अधिकार हासिल करने के लिए निविदा प्रक्रिया के जरिए बोली आमंत्रित करती है। ’ इसमें कहा गया, ‘‘कोई भी इच्छुक पक्ष जो बोली जमा कराना चाहता है उसे निविदा आमंत्रण खरीदना होगा। हालांकि निविदा आमंत्रण में लिखित पात्रता को पूरा करने वाले और अन्य नियमों और शर्तों को पूरा करने वाले बोली के पात्र होंगे। स्पष्ट किया जाता है कि सिर्फ निविदा आमंत्रण को खरीदने से कोई व्यक्ति बोली लगाने का पात्र नहीं होगा।’