समाचार प्रहरी, मुंबई। महाराष्ट्र में जारी कोरोना के कहर के बीच नागपुर से एक अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल, महाराष्ट्र को पहली महिला फाइटर पायलट मिल गई है, जो हवाई जंग में दुश्मनों के छक्के छुड़ाएंगी। अंतरा मेहता अब लड़ाई के मैदान में जाने के लिए तैयार हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में रहने वाली अंतरा मेहता पहली महिला फाइटर पायलट बन गईं हैं।
इंजीनियरिंग की छात्रा हैं अंतरा
हालांकि देश मे पहले से ही 10 महिला फाइटर पायलट हैं, लेकिन महाराष्ट्र में पहली महिला पायलट बनने का गौरव अंतरा को मिला है। अंतरा ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई रामदेवबाबा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट से पूरी की। उसके बाद उन्होंने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज यानी सीडीएस की परीक्षा दी, जिसमें वह सफल रहीं। इसके बाद उन्होंने इंडियन एयर फोर्स ट्रेनिंग एकेडमी ज्वाइन की। पिछले सप्ताह अंतरा ने हैदराबाद में पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया।
अब तक 10 महिला फाइटर पायलट
नागपुर के रीजनल पब्लिक रिलेशन ऑफिसर की तरफ से इस जानकारी को ट्वीट किया गया है, जिसमें यह बताया गया कि अंतरा मेहता अब फ्लाइंग ऑफिसर अंतरा मेहता बन चुकी हैं। वह महाराष्ट्र की तरफ से पहली महिला फाइटर पायलट बन चुकी हैं। अब तक देश मे ऐसी 10 महिला फाइटर पायलट हैं। अंतरा अपने बैच की पहली महिला अधिकारी भी हैं जो इस फाइटर स्ट्रीम के लिए चुनी गई हैं।
और भी जाबांज हैं कतार में
इससे पहले, इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत ने अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। वह 3-स्क्वॉर्डन का हिस्सा हैं। वह मिग-21 बाइसन फाइटर पायलट हैं। इसके अलावा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह भी कतार में हैं। हालांकि अवनि चतुर्वेदी अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी थीं, जिसके बाद भावना कांत ने अकेले लड़ाकू विमान उड़ाया।