धनतेरस पर जूलर्स को 15-18 फीसदी मुनाफे की उम्मीद
मुंबई। कोरोना माहमारी की वजह से देश में लोगों की क्रय क्षमता में कमी आई है, लेकिन शेयर बाजार के साथ ही सोने-चांदी के दाम में भारी बढ़त देखी गई है। इस वर्ष जूलरी बाजार में भारी निवेश की उम्मीद जताई जा रही है। सोना-चांदी निवेशकों की पहली पसंद बनी रहेगी। सर्राफा बाजार हर रेंज में ग्राहकों के लिए वैरायटीज उपलब्ध हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की बिक्री में 15 फीसद से 18 फीसद की बढ़ोतरी की उम्मीद है। निवेशकों ने सोने में 30 फीसदी और चांदी में 35 फीसदी का लाभ दर्ज किया है।
गोल्ड में 30 फीसदी का मुनाफा कमाया
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया कि कोरोना महामारी के बावजूद भारतीय परिवार अपनी हैसियत के अनुसार सोने-चांदी में निवेश कर रहे हैं। गोल्ड मार्केट इस बार भी निवेशकों की पहली पसंद हैं। गोल्ड एंड ज्वेलरी कमेटी के चेयरमैन पंकज अरोरा ने बताया कि पिछले वर्ष 2019 में धनतेरस पर सोने का भाव 38,923 प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 46,491 प्रति किलो था, जबकि इस साल नवंबर महीने में सोने का भाव बढ़ कर 50,520 प्रति 10 ग्राम हो गया है और चांदी भाव बढ़ कर 63,044 प्रति किलो पहुंच गया है। सोने में निवेशकों ने 30 फीसदी और चांदी में 35 फीसदी का लाभ दर्ज किया है।
गहने की खपत 48 फीसदी घटी
हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में सोने के गहनों की खपत घटी है। पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही में सोने के गहने की खपत देश में 101.6 टन थी, वहीं इस साल की दूसरी तिमाही में यह खपत 48 फीसदी गिरकर 52.8 टन रह गई है। गोल्ड बार और सिक्को में सुरक्षित निवेश के लिहाज से वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में खपत 149.4 टन की तुलना में 49 फीसदी बढ़कर इस साल 221.1 टन हो गई।