नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 24 नवंबर तक घरेलू विमानों के टिकटों के दाम और यात्री बैठाने की क्षमता पर कुछ अंकुश लगाए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि फ्लाइट के टिकटों की डिमांड बढ़ती है तो इस पर लगे कैप को 24 नवंबर से पहले भी हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हवाई टिकटों पर अंकुश समय की जरूरत और जमीनी हकीकत को देखकर कैप लगाने का फैसला किया गया था। जरूरत पड़ी तो इसे समय से पहले भी हटाया जा सकता है।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जैसे ही हवाई टिकटों की डिमांड एयरलाइन कंपनियों की कुल क्षमता का 50 फीसदी हो जाएगा, वैसे ही हम हवाई किराए से मिनिमम और मैक्सिमम कैप को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि दीवाली से पहले हवाई टिकटों की डिमांड 55 फीसदी तक पहुंच जाएगी।
बता दें कि भारतीय घरेलू एयरलाइन कंपनियों की क्षमता रोज 3 लाख से अधिक यात्रियों को ले जाने की है। अगर रोज 1.5 लाख यात्री यात्रा करेंगे तो इनकी क्षमता 50 फीसदी तक पहुंच जाएगी। हालांकि, 03 अगस्त तक औसतन 78 हजार यात्रियों ने ही हवाई जहाज से यात्रा की है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि हवाई जहाज के टिकटों के दाम बढ़ाने की अभी कोई योजना नहीं है। पिछले दो महीनों में हवाई जहाज के ईंधन (एटीएस फ्यूल) की कीमतों में दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है।