मुंबई। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में नौ प्रतिशत की गिरावट आने का पूर्वानुमान बरकरार रखा है। एजेंसी ने कहा कि वृद्धि को लेकर जोखिम कम होने की उम्मीदें हैं, लेकिन वह कोविड संक्रमण के स्थिर या कम हो जाने को लेकर अधिक संकेतों का इंतजार करेगी। इससे पहले, केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी -7.5 फीसदी रहने के आंकड़े जारी किए थे।
एसएंडपी ने एशिया प्रशांत क्षेत्र की अपनी रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में नौ प्रतिशत की गिरावट आने का पूर्वानुमान बरकरार रखा है। हालांकि अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती है। एसएंडपी ने कहा, ‘हमने वर्ष 2020-21 में जीडीपी में नौ प्रतिशत गिरावट और वर्ष 2021-22 में 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान बरकरार रखा है। महामारी अभी नियंत्रण में नहीं है, लेकिन लोगों की आवाजाही व घरेलू खर्च में तेजी से सुधार हो रहा है। ऐसे में वृद्धि के मोर्चे पर जोखिम कम होने की उम्मीदें हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात को लेकर अभी और संकेतों का इंतजार किया जा रहा है। संक्रमण स्थिर हो गया है या कम हुआ है, इस पर भी नजर बनी हुई है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के उच्च आवृत्ति वाले आंकड़ों (मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन आदि) का भी इंतजार करेंगे। इनके बाद ही हम अपने पूर्वानुमान में बदलाव करेंगे। पिछले सप्ताह जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने उम्मीद से बेहतर सुधार दर्ज किया है।

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