पुलिस को सौंपा ज्ञापन, अफवाहों से बचने की अपील
✍🏻 प्रहरी संवाददाता, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ज़िले में रविवार को एक मज़ार पर भगवा झंडा लहराए जाने की घटना सामने आई है। यह घटना ज़िले के बहरिया थाना क्षेत्र के सिकंदरा गांव की है, जहां सैयद सालार मसूद ग़ाज़ी की मज़ार स्थित है।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, रविवार 6 अप्रैल को 20 से अधिक युवक बाइक रैली निकालते हुए उक्त मज़ार परिसर पहुंचे। इस दौरान तीन युवक मज़ार के मुख्य द्वार पर चढ़ गए और भगवा झंडा लहराने लगे। इसके साथ ही धार्मिक नारेबाज़ी भी की गई।
डीसीपी गंगापार कुलदीप सिंह गुनावत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, “सिकंदरा में स्थित दरगाह, जहां पांच मज़ारें हैं और जहां हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों के श्रद्धालु आते हैं, वहां कुछ युवकों ने धार्मिक झंडा लहराकर नारेबाज़ी की। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर उन्हें हटा दिया।”
उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही घटना के दौरान ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ भी विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों से बचने के लिए सोशल मीडिया पर सतर्क रहने को कहा है।
पुलिस को सौंपे ज्ञापन में यह थी मांग:
पुलिस को सौंपे गए ज्ञापन में महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच ने सिकंदरा में स्थित गाजी मियां की मजार को हटाने और साप्ताहिक गाजी मियां मेला को स्थाई रूप से बंद करने की मांग की है। प्रयागराज जिलाधिकारी और प्रयागराज पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि तीर्थराज प्रयागराज की पवित्र भूमि, बहरिया के सिकंदरा में (सैयद सालार गाजी) गाजी मियां की अवैध मजार बनाई गई है, गाजी हिन्दुओं का हत्यारा और आक्रांता था। सिकंदरा में वो कभी नहीं आया, फिर भी वक्फ बोर्ड द्वारा जमीन कब्जा करने के इरादे से वहां पर मजार बना दी।
दावा किया कि यहां पहले से शिवकन्द्रा वाले महादेव, सती बड़े पुरुख का मंदिर था, जिस पर ही मजार बनवा दी गई और वहां पर हिन्दुओं का धर्मांतरण, अवैध झाड़-फूंक, महिलाओं के साथ अभद्रता, हिन्दुओं की जमीन पर अवैध कब्जा आदि किया जा रहा है। यह सब अब बंद होना चाहिए। इस गाजी को महाराजा सुहेलदेव ने मारा था, इसलिए उन्हीं के नाम पर वहां एक पार्क भी बनाया जाए।