डिजिटल न्यूज़ डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनावी बॉण्ड के जरिए प्राप्त ‘अवैध धन’ से प्रचार कर रही है और जांच एजेंसियां सो रही हैं।
चुनावी बॉण्ड के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक मामले में याचिकाकर्ताओं की तरफ से पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि घाटे वाली 33 कंपनियों ने लगभग 581 करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड दान किए, जिनमें से 434 करोड़ रुपये बीजेपी के पास गए।
उन्होंने कहा कि चुनावी बॉण्ड पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से यह स्पष्ट हो गया कि बीजेपी और अन्य दलों के पास जो पैसा गया वह अवैध था। सिब्बल ने कहा, ‘अगर बीजेपी के पास गया धन अवैध है, तो मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि क्या उसे आयकर विभाग का कोई नोटिस मिला? मैं आयकर विभाग से पूछना चाहता हूं-क्या उसने बीजेपी को कोई नोटिस भेजा? मैं ईडी से पूछना चाहता हूं-क्या उसने कोई छापेमारी की?’
सिब्बल ने कहा, ‘आपने कांग्रेस पार्टी के खाते पर रोक लगा दी, लेकिन आपको (बीजेपी) करीब 6,655 करोड़ रुपये मिले, क्या आपके खाते पर रोक लगाई गई? न तो आयकर विभाग ने पार्टी को नोटिस भेजा, न ही ईडी ने छापेमारी की और न ही सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की।’
सिब्बल ने यह भी दावा किया कि चुनावी बॉण्ड के माध्यम से उन कंपनियों द्वारा 2,717 करोड़ रुपये का दान दिया गया, जिनकी पूंजीगत आय उनके दान से कम थी। सिब्बल ने कहा, ‘‘भाजपा भी सुरक्षित है, कंपनियां भी सुरक्षित हैं। ईडी, आयकर विभाग और सीबीआई सो रही हैं और भाजपा उस पैसे से प्रचार कर रही है, यही ‘मोदी की गारंटी’ है।’
कपिल सिब्बल ने कहा, ‘गारंटी यह है कि कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी क्योंकि ईडी, सीबीआई और ईडी उनकी हैं।’ सिब्बल ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।