मुंबई। सरकार की मौजूदा नीतियों के कारण जहां सरकारी दूरसंचार कंपनियां बर्बादी के कगार पर हैं, तो वहीं प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों पर कोई लगाम नहीं रहा है। हर साल की तरह इस साल भी यह निजी दूरसंचार कंपनियां ग्राहकों की जेब पर बोझा डालने जा रही हैं। इनके प्रीपेड प्लान्स काफी महंगे होने जा रहे हैं। टैरिफ हाइक के बाद एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया (वीआई) का एआरयूपी क्रमश: 200 रुपये, 185 रुपये और 135 रुपये हो जाएगा।
बता दें कि रिलायंस जिओ समेत सभी टेलीकॉम कंपनियों ने दिसंबर 2021 में अपने टैरिफ चार्ज बढ़ाए थे, जिसके बाद इनके स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 15-24 प्रतिशत का इजाफा हुआ था। हालांकि पिछले साल से कई टेलीकॉम कंपनियों के ग्राहक बेस संख्या में काफी कमी आ रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, एयरटेल, जिओ और वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियां अपने प्लान्स की कीमतों में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। टैरिफ हाइक इस साल अक्टूबर या नवंबर 2022 तक देखने को मिल सकता है। इस टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद दूरसंचार कंपनियां का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (एआरपीयू) 10 प्रतिशत तक बढ़ेगा।
सूत्रों के अनुसार, इस साल टैरिफ में बढ़ोतरी से एयरटेल 200 रुपये एआरपीयू के अपने शॉर्ट-टर्म लक्ष्य तक पहुंच जाएगी। मीडियम से लॉन्ग रन में कंपनी अपने एआरपीयू को 300 के पास ले जाना चाहती है। टैरिफ में बढ़ोतरी का असर सीधे यूजर्स की जेब पर होगा। इसी तरह, जिओ का एवरेज रिवेन्यू प्रति यूनिट (एआरयूपी) मार्च 2022 में 167.7 रुपये प्रति सब्सक्राइबर प्रति महीना रहा था। यही आंकड़ा दिसंबर के लिए 151.6 रुपये प्रति सब्सक्राइबर प्रति महीना था।