24 नवंबर को कारोबारी जगत मुंबई में देगा धरना
अमेज़न के ख़िलाफ़ देशद्रोह का मुक़दमा दर्ज करने की मांग
कपड़े एवं फ़ुटवियर पर 12 पर्सेंट जीएसटी लगाने का जताया विरोध
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। सरकार के तुगलकी फैसले के खिलाफ अब सड़कों पर उतरने का फैसला कारोबारी तबके ने किया है। जीएसटी काउंसिल ने कपड़े एवं फ़ुटवियर पर 12 पर्सेंट का जीएसटी लगाने का फैसला किया है, जिसके विरोध में आगामी 24 नवबंर को कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की अपील पर मुंबई सहित देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कैट ने कपड़े एवं फ़ुटवियर पर 12 पर्सेंट जीएसटी लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है।
महानगर अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि इसके अलावा संगठन ने अमेज़न के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग भी की है। ई कॉमर्स पोर्टल के ज़रिए अमेज़न पर गांजा बेचने का आरोप है।
इसके अलावा, पुलवामा आतंकी हमले में भी घातक केमिकल व विस्फोटक पदार्थ भी अमज़न के जरिए मंगाए जाने के आरोप लगे हैं।
महामंत्री तरुण जैन और वाइस चेयरमैन दिलीप माहेश्वरी ने कहा कि कोरोना के बाद किसी तरह से अब व्यापार पटरी पर लौट रहा था, लेकिन सरकार ने 12 पर्सेंट जीएसटी लगाने का फैसला लिया, जिससे छोटे व्यापारियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। देश में टेक्स्टाइल व्यापार संगठनों ने सरकार के इस फैसले के ख़िलाफ़ आंदोलन करने का निर्णय लिया है।