✍🏻 प्रहरी राजनीतिक संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने नकली दवाओं और खाद्य सामग्री में मिलावट को सामाजिक अपराध करार देते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके तहत अब इन मिलावटखोरों की तस्वीरें चौराहों पर लगाई जाएंगी. हालांकि योगी सरकार के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसा है। उन्होंने बीजेपी को ऐसे लोगों के पोस्टर नहीं, बल्कि आईना लगाने का सुझाव दिया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिलावटखोरों की तस्वीरें चौराहों पर लगाने के फैसले पर हमला करते हुए बीजेपी पर तंज कसा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- ‘भाजपा वाले मिलावटखोरों को दर्शाने के लिए पोस्टर नहीं आइना लगाएं। जब भाजपावाले आइना लगाएंगे तो मिलावटखोर उनको सामने ही दिख जाएंगे।’
मिलावटखोरों के पोस्टर लगाने के निर्देश
दरअसल, यूपी की सरकार ने खाद्य सामग्री में मिलावट करने वाले और नकली दवाओं के व्यापार को सामाजिक अपराध करार दिया है। इसके साथ ही अधिकारियों को ऐसे लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के साथ हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें अधिकारियों को ये निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि आम जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह की खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने FSDA के साथ हुई बैठक में कहा कि दूध, घी, तेल और पनीर जैसे रोजाना इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों की जांच हो और मिलावट करने वालों पर कार्रवाई हो। इसके लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया जाए जो ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाए। सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरें शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर लगाई जाएं ताकि समाज में उनके प्रति चेतावनी स्वरूप संदेश जाए। आम जनों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों के ख़िलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम हो।