माही नदी के पास हुआ हादसा, एक मजदूर को बचाया गया. दो लोगों के फंसे होने की आशंका
डिजिटल न्यूज डेस्क, आणंद। गुजरात के आणंद में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का एक निर्माणाधीन पुल अचानक भरभराकर ढह गया। ब्रिज के मलबे में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। मौके पर पहुंचकर आणंद पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही नैशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एनएचएसआरसीएल ने बयान में बताया कि आणंद में बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण स्थल पर कंक्रीट के ब्लॉक गिर गए हैं। राहत-बचाव कार्य जारी है। आणंद पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। हमारी टीम पर रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखे हुए है।
#WATCH | Gujarat: Concrete blocks collapsed at a construction site of the bullet train project in Anand, today. Rescue operations are underway. Anand police, fire brigade officials have reached the spot.
National High Speed Rail Corporation Limited says, “Today evening at Mahi… pic.twitter.com/LapwfEOo5h
— ANI (@ANI) November 5, 2024
एक मजदूर को मलबे से निकाला गया
सोमवार की शाम को माही नदी पर बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण स्थल पर तीन मजदूर कंक्रीट ब्लॉक के बीच फंस गए। क्रेन और उत्खनन मशीनों की मदद से राहत-बचाव कार्य शुरू किया और एक मजदूर को मलबे से निकाला गया। उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। फिलहाल हादसे में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन दो मजदूरो के फंसे होने की आशंका है।
बुलेट ट्रेन के लिए गुजरात में बनने हैं 20 पुल
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए वापी और सूरत के बीच बुलेट ट्रेन स्टेशन के नौ नदी पुलों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। गुजरात में 20 नदी पुल बनने हैं। इनमें से 12 नदी पुल बन चुके हैं। बुलेट ट्रेन 70 हाईवे, 21 नदियां पार करेगी। इस रूट के लिए 173 बड़े और 201 छोटे ब्रिज बन रहे हैं।
508 किमी लंबा बुलेट ट्रेन का रूट
बता दें कि नैशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लंबी भारत के पहले हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है। इसमें से 351 किमी हिस्सा गुजरात और 157 किमी हिस्सा महाराष्ट्र से गुजरेगा। इस रूट पर 92 पर्सेंट यानी 468 किमी लंबा ट्रैक एलिवेटेड रहेगा, जबकि मुंबई में सात किमी का हिस्सा समुद्र के अंदर बनाया जाएगा और 25 किमी का रूट सुरंग से गुजरेगा। इसी तरह, 13 किमी हिस्सा जमीन पर होगा।