✍🏻 प्रहरी संवाददाता, मुंबई 23 जून, 2025 । आषाढ़ी एकादशी की पारंपरिक वारी यात्रा को लेकर विवादित टिप्पणी करके समाजवादी पार्टी विधायक अबू आसिम आजमी एक बार फिर घिर गए हैं। महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने से पहले आजमी ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बयान देकर खुद को राजनीतिक बवाल के केंद्र में ला खड़ा किया है। राज्यभर में विरोध तेज हो गया है, वहीं अल्पसंख्यक आयोग ने उनके खिलाफ एफआईआर की चेतावनी दी है।
रविवार को एक बयान में आजमी ने कहा था, “वारी के चलते ट्रैफिक जाम होता है, लेकिन कभी किसी मुसलमान ने शिकायत नहीं की। पर जब मस्जिदों के बाहर मुसलमान 5-10 मिनट नमाज पढ़ते हैं, तो लोग विरोध करते हैं।” इस बयान को लेकर भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), मनसे और संत समाज ने कड़ी आपत्ति जताई है।
वहीं महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने आजमी के बयान को “दो समुदायों में दरार पैदा करने वाला” करार देते हुए कहा, “धारा 10 के तहत नोटिस जारी किया जाएगा। यदि उनके बयान से दंगा भड़कता है, तो नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज की जाएगी।”
हालांकि आजमी ने बयान पर सफाई देते हुए कहा, “मैं हिंदू त्योहारों का स्वागत करता हूं, लेकिन मुसलमानों को सड़कों पर नमाज पढ़ने पर अपमानित किया जाता है। मराठी का सम्मान होना चाहिए, लेकिन हिंदी का अपमान नहीं होना चाहिए।”