मास्को। रूस में मंगलवार सुबह कई खोजी पत्रकारों और उनके परिजनों के घरों पर छापेमारी की गई। यह कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब रूस के स्वतंत्र मीडिया संस्थानों पर दबाव बढ़ रहा है। पुलिस ने प्रोएक्ट खोजी ऑनलाइन संस्था के मुख्य संपादक रोमन बदानिन और संस्था की एक पत्रकार मारिया झोलोबोवा के घरों की तलाशी ली। अधिकारियों ने बदानिन के मातहत मिखाइल रुबिन के अभिभावकों के घर भी छापेमारी की। रुबिन को झोलोबोवा की आवासीय इमारत के निकट से हिरासत में लिया गया।
प्रोएक्ट ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर कहा कि यह छापे संस्थान द्वारा किए गए उस वादे के बाद पड़े कि वह रूस के गृह मंत्री व्लादिमीर कोलोकोल्त्सेव और उनकी कथित संपत्ति के बारे में किए गए अन्वेषण को जारी करेगा। छापेमारी शुरू होने के कुछ ही समय बाद संस्था ने खबर प्रकाशित कर दी। प्रोएक्ट ने बाद में कहा कि तीन जगह की गई छापेमारी में से कम से कम दो छापे वर्ष 2017 में एक वृत्तचित्र से संबंधित अवमानना से जुड़े एक मामले के सिलसिले में थे। इस वृत्तचित्र पर बदानिन और झोलोबोवा ने काम किया था। यह वृत्तचित्र सेंट पीटर्सबर्ग के एक कारोबारी के संगठित अपराध से संबंधों के बारे में था। यह स्पष्ट नहीं है कि बदानिन के मातहत रुबिन को पुलिस ने क्यों निशाना बनाया।
रूसी अधिकारियों ने हाल के महीनों में स्वतंत्र समाचार मीडिया पर दबाव बढ़ाया है। दो लोकप्रिय स्वतंत्र संस्थाओं, मेडुजा और वीटाइम्स, को “विदेशी एजेंट” करार दिया गया है। यह उन समूहों, समाचार संस्थानों या लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें विदेशी वित्तीय सहायता प्राप्त होती है।

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