यात्रियों को मिलेंगीं लोकल ट्रांसपोर्ट और होटल की सुविधाएं
मुंबई। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को ‘भारत गौरव’ ट्रेनों को शुरू करने की घोषणा की। देश में 180 से ज्यादा भारत गौरव ट्रेनें चलाई जाएंगी। प्राइवेट प्लेयर्स भी इन ट्रेनों को लीज पर लेकर पसंदीदा सर्किट पर चला सकेंगे। निजी ऑपरेटर्स अपने हिसाब से ट्रेन का रूट, किराया और सर्विस की क्वॉलिटी तय कर सकेंगे।
रेलवे ने कहा कि भारत गौरव ट्रेन को सोसाइटी, ट्रस्ट, कंसोर्टियम और राज्य सरकारें भी लीज पर लेने के लिए आवेदन कर सकती हैं। थीम पर आधारित स्पेशल टूरिज्म सर्किट पर चला सकती हैं।
थीम आधारित पर्यटन का मतलब गुरु कृपा जैसी ट्रेन है, जो गुरु नानक से संबंधित सभी स्थानों पर जाती हैं या रामायण-थीम वाली ट्रेन है, जो राम से संबंधित स्थानों पर चलाई जाती है।
ट्रेन सर्विस में नया सेगमेंट
स्कीम को लॉन्च करते हुए रेल मंत्री ने कहा, ‘भारत गौरव ट्रेन सर्विस में एक और नया सेगमेंट होगा। हमारे देश में इतने सारे कल्चरल हेरिटेज हैं। यह ट्रेनें टूरिस्ट को इन्हीं कल्चरल हेरिटेज वाली जगहों पर लेकर जाएंगी। इन ट्रेनों का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है।’ इससे पहले पैसेंजर और माल ढुलाई सेगमेंट को शुरू किया जा चुका है।
180 से ज्यादा ट्रेनों का आवंटन
रेल मंत्री ने कहा कि भारत गौरव ट्रेनों के लिए 180 से ज्यादा ट्रेनों का आवंटन किया गया है। इनमें 3033 कोच होंगे। ट्रेनों के ऑपरेशन के लिए आवेदन की प्रोसेस भी शुरू हो गई है। इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। रेलवे मेंटेनेंस, पार्किंग और अन्य सुविधाओं में निजी ऑपरेटर्स की मदद करेगा।
ट्रेन को लीज पर लेने के लिए एक लाख रुपये की वन टाइम फीस के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पात्र आवेदकों को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ और उपलब्धता के आधार पर कोचों का आवंटन किया जाएगा। ऑपरेटरों को प्रति रैक एक करोड़ रुपये का सिक्योरिटी डिपॉजिट भी जमा कराना होगा।
इन ट्रेनों को 2-10 साल के लिए लीज पर लिया जा सकेगा। हर ट्रेन में दो गार्ड वैन सहित 14-20 कोच होंगे। रेलवे केवल हॉलेज चार्ज और राइट टू यूज फी लेगा। ऑपरेटर्स के पास ट्रेनों के अंदर और बाहर ब्रांडिंग और विज्ञापन की अनुमति होगी।