मुंबई। माल और सेवा कर (जीएसटी) दरों की समीक्षा करने वाले मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने अपंजीकृत ब्रांड्स के तहत बेचे जाने वाले पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर जीएसटी की छूट वापस ले ली है। इन पर 5 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला किया है, जिससे महंगाई तेजी से बढ़ेगी।
बता दें कि नॉन ब्रांडेड प्रॉडक्ट को जीएसटी के दायरे में लाने से जहां छोटी कंपनियों को नुकसान झेलना पड़ेगा, वहीं लाखों नए बेरोजगार पैदा होंगे। ग्राहकों को मोनोपॉली का सामना करना पड़ेगा। ग्राहकों को डेढ़ गुना डबल भाव देना पड़ेगा।
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स महानगर मुंबई प्रांत के अध्यक्ष शंकर ठक्कर और महानगर महामंत्री तरुण जैन ने कहा कि आम जनता महंगाई से त्रस्त हो चुकी है, लेकिन सरकार कोई उपाय नहीं कर रही।
सरकार का हर फैसला महंगाई को और भी बढ़ाने का काम कर रहा है। कई छोटे उत्पादक अन-रजिस्टर्ड ब्रांड से अपना माल बेचते हैं। टैक्स लगाए जाने पर यह महंगे हो जाएंगे। बड़ी कंपनियों के ब्रांड पहले ही काफी महंगे हैं।
