-2015 में आया था विनाशकारी भूकंप, 9000 लोगों की गई थी जान
डिजिटल न्यूज डेस्क, मुंबई। नेपाल में शुक्रवार रात को आए तेज़ भूकंप में अब तक 128 लोगों की मौत हुई है, जबकि 140 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र नेपाल का जाजरकोट था। इसका असर दिल्ली समेत उत्तर भारत के राज्यों में भी महसूस किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात 11.47 बजे आए लगभग 6.4 तीव्रता के इस भूकंप में सबसे अधिक नुक़सान करनाली प्रांत के जाजरकोट और रुकुम पश्चिम में हुआ है।
यह भूकंप 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद सबसे घातक भूकंप माना जा रहा है। नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता का ज़बरदस्त भूकंप आया था। आंकड़ों के अनुसार, इसमें क़रीब 9000 लोगों की जान गई, 10 लाख घरों को नुक़सान पहुंचा और करीब 28 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।
नेपाली पुलिस के प्रवक्ता कुबेर कादायत ने बताया कि सबसे अधिक जाजरकोट में 92 और रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 140 से अधिक लोग घायल हैं। स्थानीय क्षेत्र के सुरक्षा बलों को भूकंप प्रभावित इलाके में तैनात किया गया है। सुरखेत में आठ प्लाटून और एक हेलीकॉप्टर को भी बचाव और खोज अभियान में लगाया गया है।
