-सड़क पर खड़ी गाड़ी से होनेवाले हादसों में 22 फीसदी की बढ़ोतरी
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। भारत में सड़कों पर वाहन चलाना कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा सड़क परिवहन मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट से लगाया जा सकता है। इस रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि भारत सड़क दुर्घटनाओं के लिए 20 सबसे खराब देशों में से एक है। वर्ष 2022 में देश भर में कुल 4.61 लाख सड़क दुर्घटनाओं में 1.69 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि 4.43 लाख घायल हुए हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हर घंटे रोड 53 एक्सीडेंट और 19 मौतें हुई हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दशक में सड़क दुर्घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2012 में जहां 28.2% हादसे हुए थे, वहीं वर्ष 2022 में यह बढ़कर 36.5% हो गए हैं। हालांकि, 2020 और 2021 में कोविड-19 लॉकडाउन के कारण सड़क दुर्घटनाओं और उनके कारण होने वाली मौतों में भारी गिरावट आई थी।
हर घंटे 19 मौतें
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पिछले साल हर घंटे तकरीबन 53 एक्सीडेंट हुए और 19 मौतें हुईं। देशभर में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाओं में 1,68,491 लोगों की जान चली गई। 2022 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 11.9% और मौतों में 9.4% की वृद्धि हुई। सड़क हादसों का प्रमुख कारण तेज़ गति सबसे आम रही है। इसके कारण 72.3% दुर्घटनाओं में 71.2% मौतें हुई हैं।