देवरिया, 8 अक्टूबर : देवरिया में हुए नरसंहार कांड में उग्र भीड़ ने पहले दुबे एवं उनके परिजनों पर ईंट पत्थरों व डंडों से मारा था। उसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था। उसके बाद भी जब सत्य प्रकाश उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी जिंदा बच गए तो प्रेमचंद यादव के ड्राइवर नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने तीनों को राइफल से गोली मार दी थी। अब तक इस मामले में कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तार पट्टू के मुताबिक सत्य प्रकाश दुबे उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी की सांसें चल रही थी। इनको जिंदा देख पट्टू ने प्रेमचंद यादव की रायफल से तीनों को गोली मार दी। गोली लगने के बाद इन तीनों की भी मौत हो गई। राइफल की गोली सत्य प्रकाश के सीने पर सलोनी के घुटने पर और गांधी के कमर पर लगी थी। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर काफी देर तक भीड़ का तांडव चलता रहा। उसके बाद जब पुलिस पहुंची तो भीड़ धीरे-धीरे हटने लगी। जिस राइफल से गोली मारी थी वह रायफल प्रेमचंद यादव के नाम है। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर राइफल प्रेमचंद के रिश्तेदार गोलू व संदीप ले गए थे। जहां संदीप से राइफल लेकर उसने गोली चलाई थी।