-न्यूनतम समर्थन मूल्य अन्य मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन शुरू किया
डिजिटल न्यूज डेस्क, दिल्ली। पंजाब के किसानों का दिल्ली कूच का आज (14 फरवरी) दूसरा दिन है। किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से हरियाणा में घुसने की कोशिशें जारी हैं। दिल्ली बॉर्डर पर जाम की स्थिति है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च की वजह से सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। मंगलवार देर रात तक केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच बैठक चली। सरकार ने आंदोलन पर अड़े अन्नदाताओं को समझाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन 5 घंटे से ज्यादा चली बैठक भी बेनतीजा रही। उसके बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि दिल्ली कूच होकर रहेगा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य अन्य मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन शुरू किया है। किसानों को मनाने के लिए सोमवार को करीब पांच घंटे तक लंबी वार्ता चली। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा इस बैठक में शामिल थे, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी चाहते थे। इसी पर बात बिगड़ गई।
उसके बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि दिल्ली कूच होकर रहेगा… गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी समेत सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं, पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि किसानों की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
शंभू बॉर्डर पर दागे गए आंसू गैस के गोले
उधर, दिल्ली कूच के बीच जोगिंदर सिंह उग्राहां ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान कर दिया है। 15 फरवरी से किसानों का रेल रोको आंदोलन होगा। 12 से 4 बजे तक आंदोलन जारी रहेगा। शंभू बॉर्डर पर जैसे ही किसान बैरिकेडिंग के पास पहुंचे, तो पुलिस की ओर से फिर आंसू गैस के गोले दागे गए। पुलिस की ओर से चेतावनी दी गई है कि वह बैरिकेडिंग के पास न आएं। बता दें कि मंगलवार (13 फरवरी) को किसानों ने सुबह 10 बजे पंजाब से हरियाणा के लिए कूच किया था। दोपहर करीब 12 बजे किसान एक साथ पंजाब-हरियाणा के शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर पहुंचे थे।
