कानपुर। कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करने के दोषी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अब उसकी नामी और बेनामी सभी चल-अचल संपत्तियों की जांच की जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस विकास और उसके सहयोगियों की लिस्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपेगी।
कानपुर के क्रिमिनल विकास दुबे की सभी संपत्तियों की जांच ईडी करेगी। विकास दुबे को एनकाउंटर में ढेर करने के बाद अब यूपी पुलिस उसके मददगारों और अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है। विकास के गुर्गों को शरण देने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस अब उन लोगों को दबोचने में जुट गई है, जिन्होंने एनकाउंटर से पहले कानपुर के बिकरू गांव से विकास के भागने और पनाह देने में मदद की थी।
बता दें कि दो जुलाई की घटना के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट कर दिया गया था। खासतौर से दूसरे राज्यों के सीमावर्ती जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया था। इसके बावजूद विकास दुबे फरार होने में सफल रहा। कानपुर से फरार होने के बाद तीन बार वह नोएडा गया था, लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद विकास ने एसटीएफ की पूछताछ के दौरान बताया कि दो जुलाई के बाद वह दो दिन तक कानपुर देहात के शिवली में अपने करीबी के घर रुका था।

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