– 339 विमानों की मदद से इन यात्रियों को स्वदेश लाया गया
– 85 और विमान विदेश में फंसे भारतीय को लेकर आएंगे
मुंबई। कोरोना संक्रमण के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए शुरू किए गए वंदे भारत मिशन के तहत अब तक कुल 339 उड़ानों की मदद से 48 हजार 271 भारतीय नागरिको को विदेश से मुंबई लाया जा चुका है। इनमें 16 हजार 85 यात्री मुंबई के, 16 हजार 727 यात्री महाराष्ट्र के दूसरे जिलों से हैं जबकि 15 हजार 459 यात्री देश के अन्य हिस्से के निवासी हैं। इस महीने के अंत तक यानी 31 जुलाई तक 85 और विमान के जरिए विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाए जाने की संभावना है।
अब तक ब्रिटेन, सिंगापुर, फिलीपीन्स, अमेरिका, बांग्लादेश, मलेशिया, कुवैत, अफगानिस्तान, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, नीदरलैंड, जापान, श्रीलंका, म्यानमार, तंजानिया, स्पेन, आयरलैंड, कतार, हाँगकाँग, कजाकिस्तान, मॉरीशिस, ब्राजील, थाईलैंड, केनिया, मियामी, वियतनाम, इटली, स्वीडन, इथोपिया, रोम, जर्मनी, दुबई, मालावी, वेस्ट इंडीज (कैरेबियन द्वीप समूह), नॉर्वे, कैरो, यूक्रेन, रूस, मैडागास्कर, नाइजीरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, कनाडा, पूर्व अफ्रीका, फ्रांस, नैरोबी, न्यूयॉर्क, जॉर्जिया, कैमरून, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई), कांगो और दूसरे अन्य देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया है।
विदेशों से लौटे इन भारतीय नागरिकों को बृहन्मुंबई की ओर से शहर विभिन्न होटलों में क्वारंटीन सुविधाएं प्रदान की गईं हैं। दूसरे जिलों और और राज्यों के यात्रियों को उनके घर भेजने का कार्य जिला कलेक्टर, मुंबई उपनगर के माध्यम से किया जा रहा है। इन यात्रियों के अपने जिले में जाने के बाद वहां जिला कलेक्टर या नगर निगम आयुक्त को उनको वहां क्वारंटीन करने के बारे मे तालमेल किया जा रहा है और यह जिम्मेदारी उन पर छोड़ी जा रही है।
वंदे भारत मिशन की सारी व्यवस्था महाराष्ट्र सरकार ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय के समन्वय से कर रही है।