समाचार प्रहरी, मुंबई।
एक नेवी अधिकारी का अपहरण करने के बाद जब आरोपियों को लाखों रुपये की फिरौती नहीं मिली, तो अधिकारी को जिंदा जला दिया गया। बदमाशों ने नेवी अधिकारी को चेन्नई से अपहरण करने के बाद महाराष्ट्र -गुजरात बॉर्डर पर लाकर जिंदा जला दिया। इलाज के दौरान नेवी अधिकारी सूरजकुमार मिथिलेश दुबे की मौत हो गई। पालघर पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं के ख़िलाफ आईपीसी की धारा 302, 364, 392 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है। पालघर एसपी ने मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं।
बता दें कि इसी सप्ताह, चेन्नई एयरपोर्ट से कुछ लोगों ने इंडियन नेवी के अधिकारी को अगवा कर लिया। नेवी अधिकारी की पहचान झारखंड के रांची शहर निवासी 27 साल के सूरजकुमार मिथिलेश दुबे के तौर पर हुई। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के नाम पर परिजन से 10 लाख रुपए मांगे थे। तीन दिन तक चेन्नई में रखने के बाद अपहरणकर्ताओं ने सूरज को महाराष्ट्र और गुजरात बॉर्डर के नजदीक पालघर जिले में बंधक बना कर रखा था। फिरौती नहीं मिलने पर पालघर के जंगल में ले जाकर सूरज पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया।
शनिवार की सुबह स्थानीय लोगों ने सूरज को गंभीर हालत में झुलसा हुआ देखा और पुलिस को सूचित किया। बाद में सूरज को आईएनएस अश्विनी अस्पताल में भर्ती कराया गया। शनिवार को इलाज के दौरान सूरज की मौत हो गई। मरने से पहले सूरज ने पुलिस को अपनी आपबीती बताई। सूरज ने साल 2001 में नेवी में सिबिंग सीमेन पद पर नौकरी शुरू किया था। वह 31 जनवरी को चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचा था, जहां तीन अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। नेवी अधिकारियों ने बताया कि सूरज की फिलहाल आईएनएस अग्रणी पर तैनात था।