नौसेना के इतिहास में पहली बार युद्धपोत पर तैनात होंगी महिलाएं
मुंबई। भारतीय नौसेना ने पहली बार हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में दो महिलाओं को तैनात करने का फैसला किया है। आईएनएस गरुड़ में आयोजित समारोह में सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को ‘ऑब्जवर्स’ (एयरबोर्न टैक्टिशियंस) के रूप में तैनाती दी गई है। महिला अधिकारियों को ‘विंग्स’ से सम्मानित किया गया।
बता दें कि भारतीय नौसेना के इतिहास में फ्रंटलाइन वॉरशिप्स में महिलाओं की यह पहली तैनाती होगी। इससे पहले नौसेना में महिलाओं की एंट्री को विंग एयरक्राफ्ट तक ही सीमित रखा गया था। डिफेंस स्टेटमेंट में बताया गया कि दोनों महिलाएं नौसेना के 17 अधिकारियों के एक समूह का हिस्सा हैं, जिनमें चार महिला अधिकारी और भारतीय तटरक्षक के तीन अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें सोमवार को आईएनएस गरुड़ में आयोजित एक समारोह में ‘ऑब्जर्वर्स’ के रूप में तैनाती को लेकर ‘विंग्स’ से सम्मानित किया गया।
ग्रुप में नियमित बैच के 13 अधिकारी और शॉर्ट सर्विस कमीशन बैच की चार महिला अधिकारी शामिल थीं। समारोह की अध्यक्षता चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने की, जिन्होंने अधिकारियों को पुरस्कार और प्रतिष्ठित ‘विंग्स’ भेंट किए।
एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है, जिसमें पहली बार महिलाओं को हेलीकॉप्टर ऑपरेशंस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह पहल भारतीय नौसेना के युद्धपोतों में महिलाओं की तैनाती का मार्ग प्रशस्त करेगा। नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि 91वें नियमित कोर्स और 22वें एसएससी ऑब्जर्वर कोर्स के अधिकारियों को हवाई नेविगेशन, उड़ान प्रक्रियाओं, हवाई युद्ध में नियोजित रणनीति, पनडुब्बी रोधी युद्ध आदि का प्रशिक्षण दिया गया। ये अधिकारी भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी युद्धक विमानों की सेवा करेंगे।