सीएपीएफ की तैनाती की समीक्षा के बाद गृह मंत्रालय ने लिया फैसला
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर से केंद्रीय सुरक्षा बलों की 100 कंपनियों को तत्काल वापस बुलाने का फैसला लिया है, इन 100 कंपनियों में सीआरपीएफ की 40, बीएसएफ की 20, एसएसबी की 20 और सीआईएसएफ की 20 कंपनियां केंद्र शासित प्रदेश में तैनात थीं।
गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि केंद्र ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से लगभग 10,000 अर्धसैनिक बलों के जवानों को तत्काल वापस बुलाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की तैनाती की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया है।
गृह मंत्रालय ने सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की तैनाती की समीक्षा के बाद घाटी से अर्धसैनिक बलों को वापस बुलाने का फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर से सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की तैनात 100 सीएपीएफ कंपनियों को तत्काल वापस बुलाने और उन्हें देश में अपने-अपने उन निर्धारित स्थानों पर वापस जाने का आदेश दिया गया है।
पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खात्मे और विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन टुकड़ियों को तैनात किया गया था।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, इस हफ्ते तक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कुल 40 कंपनियां और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 20 कंपनियां जम्मू-कश्मीर से वापस लौट जाएंगी।
बता दें कि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की एक कंपनी में लगभग 100 कर्मियों की परिचालन क्षमता होती है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद370 हटाए जाने के बाद अर्धसैनिक बलों की कई कंपनियों को तैनात किया गया था। गृह मंत्रालय ने इससे पहले मई में भी इस केंद्र शासित प्रदेश से 10 सीएपीएफ कंपनियों को हटा दिया था।