अमेरिकी के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ का खाड़ी देश का दौरा
अफगान और तालिबान वार्ताकारों के साथ मुलाकात
कतर। अमेरिकी के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ जब कतर के खाड़ी देश के दौरे दौरान अफगान और तालिबान वार्ताकारों के साथ मुलाकात कर रहे, तब उनकी शांति वार्ता में गतिरोध पैदा करने की नीयत से अफगानिस्तान के काबुल में 2 आईईडी विस्फोटों के बाद अलग-अलग हिस्सों में 23 रॉकेट हमले किए गए। इम हमलों में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 31 घायल हो गए।
आंतरिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने कहा कि पहले 14 रॉकेट के हमलों की जानकारी दी आई थी। रॉकेट गिरने से पहले शहर के चेहेल सुतून और अर्जान में 2 विस्फोट हुए थे। अब तक किसी भी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान ने इसमें अपना हाथ होने से इनकार किया है। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में काबुल सहित प्रमुख अफगान शहरों में तालिबान विद्रोहियों और इस्लामिक स्टेट ने कई आतंकी हमले किए हैं ।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दोहा में अफगान सरकार और तालिबान के वार्ताकारों से मुलाकात के बादकहा कि हिंसा बढ़ने के कारण युद्ध ग्रस्त देश में शांति स्थापित करने की कोशिशों को नुकसान पहुंचा है। अमेरिका ने हाल में घोषणा की थी कि वह अगले साल 15 जनवरी तक अफगानिस्तान और इराक में अमेरिकी बलों की संख्या को कम करने की योजना पर काम करेगा। वह दोनों देशों में 2,500-2,500 अमेरिकी फौज की तैनाती करेगा। इस घोषणा के बाद से यह तालिबान और अफगान प्रतिनिधियों के साथ किसी शीर्ष अमेरिकी राजनयिक की पहली वार्ता है। अफगानिस्तान में इस समय अमेरिका के 4,500 से अधिक जवान हैं। पोम्पिओ ने दोहराया कि अफगानिस्तान के लोग 40 साल से युद्ध और रक्तपात सहने के बाद अब शांति एवं सुरक्षा के साथ जीने की उम्मीद करते हैं और वे इसके हकदार हैं।