✍🏻 प्रहरी संवाददाता, नई दिल्ली। शराब कारोबारी विजय माल्या एक बार फिर भारत में चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें कई बड़े दावे किए हैं। माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के डूबने के लिए माफी भी मांगी है। साथ ही उन्होंने खुद पर लगे चोरी के इल्जाम को नकारते हुए स्पष्ट किया कि वह भारत छोड़कर इंग्लैंड में क्यों रह रहे हैं?
माल्या ने 2008 की आर्थिक मंदी का हवाला देते हुए कहा कि इसका प्रभाव उनकी कंपनी के साथ ही देशभर में पड़ा था। कारोबारी ने भारत लौटने को लेकर शर्त रखते हुए कहा, ‘यदि मुझको भारत में निष्पक्ष सुनवाई और सम्मानजनक जीवन का भरोसा मिलता है तो मैं भारत लौटने को लेकर गंभीरत से विचार करूंगा। आप मुझको भगोड़ा बोल सकते हैं, लेकिन चोर मत बोलिए। मैं भागा नहीं हूं। मैं पहले से तय यात्रा पर भारत से यहां आया था।’
साल 2016 में भारत छोड़ने के बाद से भारतीय एजेंसियां ब्रिटेन के कोर्ट में माल्या को भारत लाने की क़ानूनी लड़ाई लड़ रही हैं। माल्या पर आरोप है कि उन्होंने अपनी किंगफ़िशर एयरलाइन कंपनी के लिए बैंकों से क़र्ज़ लिया और उसे बिना चुकाए वो विदेश चले गए। क़र्ज़ की यह रकम क़रीब 10 हज़ार करोड़ रुपए बताई जाती है। किंगफ़िशर एयरलाइन ख़स्ताहाल होने के बाद बंद हो चुकी है। फिलहाल, विजय माल्या ब्रिटेन में रह रहे हैं।
साल 2018 में विजय माल्या ने यह दावा किया था कि भारत छोड़ने से पहले वो अरुण जेटली से मिले थे। उन्होंने कहा था, “मैं भारत से जेनेवा एक पहले से तय मीटिंग के लिए गया था। जाने से पहले मैंने वित्त मंत्री से मुलाक़ात की थी।” हालांकि, उस वक्त अरुण जेटली ने माल्या के दावे को ख़ारिज कर दिया था।