हाईलाइट्सः
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होर्मुज जलडमरूमध्य पर स्थित रणनीतिक बंदरगाह पर जोरदार धमाका
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तस्नीम एजेंसी: ईंधन टैंक विस्फोट की आशंका, बंदरगाह संचालन अस्थायी रूप से ठप
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NIORDC का बयान: रिफाइनरियों और पाइपलाइनों को कोई नुकसान नहीं
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बंदर अब्बास: ईरान की सैन्य और नौसैनिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र
✍🏻 प्रहरी संवाददाता, नई दिल्ली-तेहरान। ईरान के प्रमुख बंदरगाह बंदर अब्बास से भीषण विस्फोट की खबर आ रही है। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, धमाका काफी तेज़ था, जिसके चलते कई किलोमीटर के दायरे में कांच के टुकड़े बिखर गए हैं। दक्षिण-पश्चिमी ईरान के इस रणनीतिक बंदरगाह पर हुए विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बंदर अब्बास, जो होर्मुज जलडमरूमध्य पर स्थित है, ईरान का सबसे महत्वपूर्ण वाणिज्यिक बंदरगाह है। हालांकि यह भारत का प्रमुख व्यापार मार्ग नहीं है, लेकिन अफगानिस्तान, मध्य एशिया और कभी-कभी रूस के साथ व्यापार के लिए इसका उपयोग होता रहा है। यह क्षेत्र दुनिया के सबसे रणनीतिक समुद्री मार्गों में से एक का हिस्सा है और यहां ईरानी नौसेना तथा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) की नौसैनिक इकाइयों के ठिकाने भी मौजूद हैं।
विस्फोट के कारण को लेकर फिलहाल विरोधाभासी जानकारियां सामने आ रही हैं। तस्नीम समाचार एजेंसी के मुताबिक, धमाका बंदरगाह के भीतर एक प्रशासनिक भवन में हुआ। बाद में तस्नीम ने यह भी बताया कि अज्ञात कारणों से एक ईंधन टैंक में विस्फोट हुआ था, जिसके चलते क्विक रिस्पांस टीमों को तैनात कर बंदरगाह के सभी संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिए गए। हताहतों को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन भारी क्षति की आशंका जताई जा रही है।
इस बीच, नेशनल ईरानी ऑयल रिफाइनिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (NIORDC) ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि विस्फोट का उनकी रिफाइनरियों, ईंधन भंडारण टैंकों या तेल पाइपलाइनों से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने बताया कि बंदरगाह पर उनकी सुविधाओं का संचालन सामान्य रूप से जारी है। साथ ही, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आस-पास की तेल कंपनियों की फायर फाइटिंग और आपातकालीन टीमें स्टैंडबाय पर रखी गई हैं।