अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया
प्रहरी संवाददाता, नोएडा। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) वर्ष 2021 के पेपर लीक होने के मामले में लखनऊ से गिरफ्तार किए गए बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक को बुधवार को उत्तर प्रदेश एसटीएफ (नोएडा यूनिट) ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसटीएफ के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
बता दें कि इस मामले में एसटीएफ ने अलीगढ़ से भी एक व्यक्ति को बुधवार को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मंगलवार को दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में थाना सूरजपुर में एसटीएफ द्वारा विभिन्न प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी उपाध्याय अरेस्ट
उत्तर प्रदेश विशेष कार्य दल (एसटीएफ) के नोएडा के अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि 28 नवंबर को होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा वाले दिन ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में नोएडा एसटीएफ ने बुधवार को बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक (सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी) संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया है। उपाध्याय को गौतमबुध नगर जनपद न्यायालय में पेश किया गया, जहां आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रश्न पत्र छपवाने सहित अन्य चीजों का टेंडर संजय उपाध्याय ही दिया था। वह इससे पहले गाजियाबाद में जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में तैनात रह चुके हैं। एसटीएफ के अधिकारी गिरफ्तार आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया था। संजय उपाध्याय के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप व अन्य दस्तावेज बरामद हुआ है और पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली है। एसटीएफ ने जनपद अलीगढ़ से गौरव कुमार पुत्र प्रमोद कुमार को भी गिरफ्तार किया है। इसके धांधली में शामिल होने का संदेह है।