बेरोजगारी दर 4 माह के उच्च स्तर पर
मुंबई। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर और उसकी रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर लगाये गये ‘लॉकडाउन’ और अन्य पाबंदियों से देश भर में 75 लाख से अधिक लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। बेरोजगारी दर भी चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
सीएमआईई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) महेश व्यास ने कहा कि आने वाले समय में भी रोजगार के मोर्चे पर स्थिति चुनौतीपूर्ण बने रहने की आशंका है। कई राज्यों ने ‘लॉकडाउन’ समेत अन्य पाबंदियां लगाई हैं। इससे आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ा और फलस्वरूप नौकरियां प्रभावित हुई हैं। रोजगार के मार्चे पर दबाव जरूर देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘मार्च की तुलना में अप्रैल महीने में 75 लाख नौकरियां गंवाई है, जिससे बेरोजगारी दर बढ़ी है।’ केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 7.97 प्रतिशत पहुंच गई है। शहरी क्षेत्रों में 9.78 प्रतिशत, जबकि ग्रामीण स्तर पर बेरोजगारी दर 7.13 प्रतिशत है। इससे पहले, मार्च में राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 6.50 प्रतिशत थी और ग्रामीण तथा शहरी दोनों जगह यह दर अपेक्षाकृत कम थी। पिछले साल लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी दर 24 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।