मॉल की तीसरी मंजिल पर है सनराइज अस्पताल
मुंबई। पूर्वी उपनगर में स्थित सनराइज अस्पताल में गुरुवार देर रात आग लग गई। इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की उम्र 58 से 80 वर्ष बताई गई है। दम घुटने से 10 कोविड पेशंट की मौत हुई है। मॉल के पास फायर एनओसी नहीं था और न ही आग प्रतिबंधक व्यवस्था ही थी।
बता दें कि भांडुप के ड्रीम मॉल की तीसरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल में 70 से अधिक मरीज भर्ती थे। यहां पर भर्ती ज्यादातर मरीज कोरोना से संक्रमित हैं। बीएमसी के मुताबिक, भांडुप के ड्रीम्स मॉल का फायर फाइटिंग सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था। बीएमसी आयुक्त व महापौर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मेयर ने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल प्रशासन के बयान के अनुसार, ड्रीम्स मॉल के पहले फ्लोर पर आग लगी थी। दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी गई। आग लेवल 4 की थी। आग पर काबू पाने के लिए 20 से अधिक फायर ब्रिगेड गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। फायरबिग्रेड के कर्मचारियों ने काफी देर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान अस्पताल में मौजूद सभी मरीजों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 22 अक्टूबर को मुंबई सेंट्रल के सिटी सेंटर मॉल में आग लगी थी। आग को बुझाने में तकरीबन 4 दिन लग गए थे। इस घटना के बाद पूरे शहर के मॉल का सर्वे किया गया था। मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मॉल्स में अस्पताल शुरू करने के मामले की जांच कराई जाएगी।