मुंबईः औद्योगिक खुदरा महंगाई दर मार्च महीने में बढ़कर 5.64 प्रतिशत पहुंच गई है। मुख्य रूप से कुछ खाद्य वस्तुओं और पेट्रोल तथा रसोई गैस समेत ईंधन के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी है। श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सालाना आधार पर मार्च महीने में मुद्रास्फीति 5.64 प्रतिशत रही है, जबकि फरवरी में यह 4.48 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह दर 5.50 प्रतिशत थी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर आलोच्य महीने में 5.36 प्रतिशत रही है, जबकि फरवरी में 4.64 तथा एक साल पहले मार्च महीने में यह 6.67 प्रतिशत थी। इसी तरह, अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-औद्योगिक कर्मचारी (सीपीआई-आईडब्ल्यू) मार्च 2021 में 0.6 अंक बढ़कर 119.6 अंक रहा। मौजूदा सूचकांक पर सर्वाधिक दबाव ईंधन और प्रकाश से आया। वस्तुओं के तहत खाना पकाने की गैस, पेट्रोल, पॉल्ट्री चिकेन, खाद्य तेल, सेब, नारंगी, चाय पत्ती और प्रसंस्कृत डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ के दाम बढ़ने से सूचकांक ऊपर आया है। हालांकि दूसरी तरफ, सब्जियों के दाम कम होने से तेजी पर कुछ अंकुश लगा।

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