रेटिंग एजेंसी ने जीडीपी में गिरावट के अनुमान को घटाया
मुंबई। इंडिया रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार को देखते हुए चालू वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट के अपने अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 11.8 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया था। हालांकि, एजेंसी ने सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था में आए सुधार के टिकाऊ होने पर सवाल भी उठाया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून में कोविड-19 महामारी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत की जबर्दस्त गिरावट आई थी, जबकि दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा और जीडीपी में गिरावट घटकर 7.5 प्रतिशत रह गई। चालू वित्त वर्ष के कमजोर तुलनात्मक आधार प्रभाव की वजह से 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी।
इंडिया रेटिंग एजेंसी ने कहा कि दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुधार की प्रमुख वजह त्योहारी और दबी मांग थी। महामारी से जुड़ी चुनौतियों की वजह से जो अड़चनें आ रही हैं वे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम से पहले दूर नहीं होंगी। हालांकि, आर्थिक गतिविधियों ने अब इसके साथ रहना सीख लिया है और वे तेजी से नई वास्तविकता के साथ सामंजस्य बैठा रही हैं। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में अर्थव्यवस्था में 0.8 प्रतिशत की गिरावट रहने का अनुमान है, जबकि जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था 0.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी। इससे पहले अर्थव्यवस्था में 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ही सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने का अनुमान लगाया गया था।