मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी लगभग दो दशक पुराने कथित शेयर अनियमितता के एक मामले में बाजार नियामक सेबी द्वारा लगाए गए जुर्माने के खिलाफ अपील करेंगे। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने वर्ष 1994 में परिवर्तनीय वारंट के साथ डिबेंचर जारी किये थे और इन वारंट के एवज में वर्ष 2000 में इक्विटी शेयर आवंटित किए थे।
कंपनी की ओर से बताया गया कि यह मामला तबका है जब धीरुभाई अंबानी रिलायंस का नेतृत्व कर रहे थे।
तब रिलायंस समूह का बंटवारा नहीं हुआ था। आरआईएल ने शेयर बाजार में दायर जानकारी में कहा है, ‘सेबी ने इस मामले में फरवरी 2011 मे कारण बताओ नोटिस जारी किया था। यह नोटिस उस समय के प्रवतक और प्रवर्तक समूह को शेयरों के अधिग्रहण के 11 साल बाद जारी किया गया।
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