मुंबई। मुंबई शहर में हुए 1993 सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले में फांसी पर चढ़ाए गए दोषी याकूब मेमन की कब्र की जगह दो लोगों ने बेच दी। मेमन को नागपुर केंद्रीय जेल में फांसी दिए जाने के बाद 30 जुलाई 2015 को दक्षिण मुंबई के मरीन लाइन स्थित बड़ा कब्रिस्तान में दफना दिया गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘कब्र का स्थान बेचे जाने की शिकायत दर्ज की गई थी। मेमन के एक रिश्तेदार ने मार्च में लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन का रूख किया था। मेमन के परिवार को कब्रिस्तान में कब्र के लिए सात स्थान दिए गए हैं।” शिकायत में कहा गया कि याकूब के अलावा, परिवार के तीन और कब्रों के स्थानों को पांच लाख रुपये में बेच दिया गया।
उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 465 (फर्जीवाड़ा), 468 (ठगने के उद्देश्य से फर्जीवाड़ा) के तहत 19 मार्च 2020 को दो लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। इसमें से एक व्यक्ति जुमा मस्जिद ऑफ बंबई ट्रस्ट का ट्रस्टी है, जबकि दूसरा व्यक्ति प्रबंधक है। इसी ट्रस्ट के तहत मुस्लिम बड़ा कब्रिस्तान पंजीकृत है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 की स्थिति के कारण पुलिस ने मामले में अब जांच शुरू की है।’