विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, कोरोना महामारी के कारण चुनाव का कार्यक्रम काफी छोटा रखा गया है। पूरी चुनावी प्रक्रिया 41 दिन में खत्म हो जाएगी। अमूमन पांच चरणों में होना वाले चुनावों को तीन चरणों में समेटा गया है। मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। प्रवासी मतदाताओं को भी मतदान का अधिकार होगा। 13 लाख लोगों का नाम जोड़ा गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने कहा, हाल में हुए राज्यसभा चुनावों ने बिहार जैसे बड़े राज्य में चुनाव कराने का हौसला दिया है। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए इस बार 62.96 फीसदी ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1000 की गई है, लिहाजा पिछली बार जहां 65,367 मतदान केंद्र थे, वहीं इस बाल 1,06,524 केंद्र बनाए गए हैं।
13 लाख प्रवासी वोटरों का नाम लिस्ट में शामिल
अरोड़ा ने कहा, बिहार के 7.29 करोड़ मतदाताओं में से 1,60,410 सर्विस वोटर हैं। इसमें 3.39 करोड़ महिलाएं और 3.79 करोड़ पुरुष वोटर हैं। कोरोना के कारण 18.87 लाख प्रवासी लौटे हैं। इसमें 16.6 लाख वोटर हैं इनमें से काफी वोटरों ने पिछले तीन चुनावों से अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है। इनमें से 13 लाख का नाम वोट लिस्ट में जोड़ा गया है। बचे हुए लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा जा रहा है। एक भी मतदाता न छूटे, इसके लिए विशेष एहतियात बरती जा रही है।
सोशल मीडिया पर रहेगी पैनी नजर
अरोड़ा ने कहा, चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने या हेट स्पीच देने वालों से आयोग सख्ती से निपटेगा। आयोग की टीम सोशल मीडिया पर बारीकी से नजर रखेगी। ऐसी नीयत से की पोस्ट, लेख, फोटो या वीडियो शेयर करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ऑनलाइन भी कर सकेंगे नामांकन
चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के मुताबिक, इस बार प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन भी कर पाएंगे। नामांकन के दौरान उम्मीदवार सिर्फ दो गाड़ियों का इस्तेमाल कर सकेगा। नामांकन करते समय केवल दो लोग साथ जा सकेंगे। प्रचार के दौरान प्रत्याशी समेत कुल पांच लोग रहेंगे। जनसंपर्क के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा। रोड शो के दौरान पांच गाड़ियों के इस्तेमाल की इजाजत होगी और इनके बीच एक निश्चित दूरी रहेगी।
देनी होगी उम्मीदवार की जानकारी
अब तक दागी उम्मीदवार सिर्फ चुनावी हलफनामे में उन पर दर्ज आपराधिक मुकदमों की जानकारी दिया करते थे। अब ऐसा नहीं होगा। राजनीतिक दलों को अब खुद ये बताना होगा कि उनके उम्मीदवार पर कितने और किस तरह के आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके लिए अखबारों में विज्ञापन देना होगा। पार्टियों को अपनी वेबसाइट पर भी ऐसे उम्मीदवारों की पूरी जानकारी देनी होगी। निर्दलीय दागी नेताओं को अपने ऊपर चलने वाले आपराधिक मुकदमों की जानकारी अखबारों के जरिये खुद देनी होगी।
तीन चरण का चुनावी संग्राम
पहला चरण: 28 अक्टूबर
16 जिलों की 71 सीटों पर वोटिंग
1 अक्टूबर को जारी होगी अधिसूचना
8 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख
12 अक्टूबर तक ले सकते हैं नामांकन वापस
31 हजार मतदान केंद्र
इन जिलों में वोटिंग: पटना, भागलपुर, कैमूर, बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, भोजपुर, अरवल, जहानाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, बांका।
दूसरा चरण: 3 नवंबर
17 जिलों की 94 सीटों पर पड़ेंगे वोट
9 अक्टूबर को जारी होगी अधिसूचना
16 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तिथि
19 अक्टूबर तक नामांकन वापसी
42 हजार मतदान केंद्र
इन जिलों में पड़ेंगे वोट: भागलपुर, खगड़िया, बेगूसराय, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, वैशाली, पटना, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीवान, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, सीतामढ़ी, मधुबनी।
तीसरा चरण: 7 नवंबर
15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव
13 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी
20 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख
23 अक्टूबर तक नामांकन वापस ले सकेंगे
33.5 हजार मतदान केंद्र
इन जिलों में मतदान: किशनगंज, कटिहार, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर।