नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव को देखते हुए अमेरिका भारत को अपना सबसे बड़ा हथियार देने को राजी हो गया है। हिंद महासागर और अरब सागर में चीन की पनडुब्बियों का मुकाबला करने के लिए अमेरिका, भारत को नए बोइंग पी-8आई निगरानी विमानों का जत्था भारत को सौंपने जा रहा है।
दरअसल, चीन की तरफ से भारतीय सीमा पर हथियारों की तैनाती बढ़ाई जा रही है और साथ ही चीनी युद्धपोतों और पनडुब्बियों की बढ़ती घुसपैठ को रोकने के लिए अमेरिका ने भारत को ये हथियार सौंपा है। यह विमान पहले से भारतीय नौसेना में मौजूद बेड़े में शामिल होंगे।
नए पी-8आई विमान नई तकनीकों से लैस होंगे। यह विमान भारत के गोवा में हंसा नेवल बेस पर तैनात किए जाएंगे। इस विमान के भारत में आने के बाद भारत आसानी से चीनी पनडुब्बियों और युद्धपोतों का मुकाबला कर सकेगा।
हालांकि भारत के पास पहले से ही आठ पी-8आई विमान मौजूद हैं। इन विमानों को पनडुब्बी का इस्तेमाल करने के लिए मार्क-54 तारपीडो, मार्क-84 डेप्थ चार्ज और घातक बमों से लैस किया गया है। इसके अलावा, नए पी-8आई विमान में एजीएम-84 हार्पून एंटी शिप मिसाइलें भी तैनात की गई हैं।
इसमें मैगनेटिक अनोमली डिटेक्शन सिस्टम लगा है जो पानी के अंदर छिपी पनडुब्बी का ढूंढ निकालता है। विमान में लंबी दूरी तक नजर रखने और जासूसी करने में सक्षम रडार सुविधा उपलब्ध है। पी-8आई की रफ्तार 789 किमी प्रतिघंटा है।