सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है सुरंग
प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, मुख्यमंत्री समेत कई लोगों की मौजूदगी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अटल सुरंग देश को समर्पित कर दिया। शनिवार की सुबह हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग का लोकार्पण किया गया।3,300 करोड़ रुपए की कीमत से बनी सुरंग देश की रक्षा के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है।
18 साल पहले रखी गई नींव
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने रोहतांग दर्रे के नीचे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग का निर्माण कराने का निर्णय किया था। सुरंग के दक्षिणी पोर्टल पर संपर्क मार्ग की आधारशिला 26 मई 2002 को रखी गई थी। पीएम ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग पहुंंचकर ‘अटल टनल’ देश को समर्पित किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सहित सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस सुरंग में क्या है खास
बता दें कि अटल सुरंग दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है। लगभग 9 किलोमीटर लंबी सुरंग मनाली को वर्ष भर लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी, पहले घाटी करीब छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी। अटल टनल का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक की मदद से पीर पंजाल की पहाड़ियों में किया गया है। यह समुद्र तट से 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें सुरक्षा के सारे इंतजाम किए गए हैं। हर 150 मीटर पर टेलिफोन, 60 मीटर की दूरी पर अग्निशमन यंत्र और 250 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी सुविधा दी गई है।
घोड़े की नाल जैसा आकार
अटल टनल’ का आकार घोड़े की नाल जैसा है, इसका दक्षिणी किनारा मनाली से 25 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 3060 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि उत्तरी किनारा लाहौल घाटी में तेलिंग और सिस्सू गांव के नजदीक समुद्र तल से 3071 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग ‘अटल टनल’ से रोजाना 3000 कारें और 1500 ट्रक 80 किलोमीटर की स्पीड से निकल सकेंगे।