मुंबई। अभिनेत्री कंगना रनौत के कार्यालय पर मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की तोड़क कार्रवाई को लेकर विवाद जारी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने विपक्ष पर कंगना रनौत एवं मराठा आरक्षण मुद्दे पर अनायास राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने राज्य सरकार को मुंबई में ड्रग कनेक्शन की भी गहन जांच करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि कंगना के कार्यालय को तोड़े जाने की कार्रवाई से राज्य सरकार का कोई संबंध नहीं है।
राकांपा प्रमुख पवार ने शुक्रवार को मुंबई में पत्रकारों को बताया कि कंगना के बंगले पर हुई तोड़फोड़ की कार्रवाई में महाराष्ट्र सरकार का दूर-दूर तक किसी भी तरह का संबंध नहीं है। यह कार्रवाई मुंबई महानगर पालिका प्रशासन की ओर से की गई है। इस तरह की नियमित कार्रवाई मनपा प्रशासन के काम हिस्सा है। इस कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को किसी भी तरह जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। मुंबई महानगर पालिका एक अलग स्वायत्त संस्थान है और उसके अपने नियम हैं।
पवार ने कहा कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष अनायास राजनीति कर रहा है। इस मामले में फडणवीस सहित अन्य भाजपा नेताओं को सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की प्रति पढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने जिन वकीलों पर विश्वास जताते हुए मराठा आरक्षण के लिए वकीलों का चयन किया था, वही वकील इस समय मराठा आरक्षण का काम देख रहे हैं। राज्य सरकार मराठा आरक्षण पर बुधवार को दिए गए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का विचार कर रही है।
पवार ने इस दौरान ड्रग माफिया की बढ़ती गतिविधियों पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि ड्रग मामले की जांच की ओर राज्य सरकार को ध्यान देना चाहिए। मुंबई में ड्रग की सप्लाई के मामले जिस तरह से सामने आ रहे हैं, इसे देखते हुए इस पर राज्य सरकार को अब विशेष कार्रवाई करनी चाहिए।