सुपरसोनिक मिसाइल टारपीडो यानी स्मार्ट मिसाइल का भी सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा
नई दिल्ली। भारत के वैज्ञानिकों की ओर से लगातार देश की शक्ति और तकनीक को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित पिनाका रॉकेट सिस्टम के संवर्धित संस्करण को बुधवार (04 नवंबर 2020) को ओडिशा के तट से एकीकृत परीक्षण रेंज (चांदीपुर) से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। इससे पहले, सोमवार को सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज़ ऑफ टॉरपीडो (एसएमएआरटी) का भी सफल परीक्षण किया गया। डीआरडीओ ने इसका ओडिशा के तटीय इलाके में इसका परीक्षण किया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने पिनाका रॉकेट सिस्टम के संवर्धित संस्करण को ओडिशा के तट से एकीकृत परीक्षण रेंज (चांदीपुर) से सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। परीक्षण पूर्ण मिशन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कुल 06 रॉकेट लॉन्च किए गए थे। पिनाका रॉकेट का यह उन्नत संस्करण मौजूदा पिनाका एमके- I रॉकेट की जगह लेगा।
इससे पहले सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज़ ऑफ टॉरपीडो यानी एसएमएआरटी (SMART) का भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसके जरिए वॉर शिप में स्टैंड ऑफ क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। परीक्षण के दौरान इसकी रेंज, एल्टीट्यूड, टॉरपीडो को छोड़ने की क्षमता और वीआरएम पर स्थापित करने की क्षमता ने पूरी तरह से सही काम किया। रक्षा मंत्रालय ने इस परीक्षण को सफल करार दिया है। स्मार्ट मिसाइल मुख्य रूप से टॉरपीडो सिस्टम का हल्का रूप है, जिसे लड़ाकू जहाजों पर तैनात किया जाएगा। इसे तैयार करने के लिए हैदराबाद, विशाखापट्टनम समेत अन्य शहरों में मौजूद डीआरडीओ की लैब में काम किया गया। एंटी सबमरीन वॉरफेयर की क्षमता में बढ़ोतरी के हिसाब से यह एक महत्वपूर्ण परक्षण है।