खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से बढ़ी महंगाई दर
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते आर्थिक बदहाली से जूझ रहे आम उपभोक्ताओं पर अब महंगाई की भी मार पड़ रही है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई महीने में बढ़कर 6.93 प्रतिशत हो गई है। मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों व सब्जियों के दाम बढ़ने से महंगाई दर बेतहाशा बढ़ी है। इससे पहले जून महीने में मुद्रास्फीति 6.23 प्रतिशत रही थी। पिछले साल की तुलना में मंहगाई दर 11 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आंकड़े के अनुसार खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर जुलाई महीने में 9.62 प्रतिशत रही है, जबकि इससे पूर्व जून माह में यह 8.72 प्रतिशत थी। यह लगातार दूसरा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर रही है। आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं में सब्जियों की महंगाई जुलाई में पिछले साल के इसी महीने से 11.29 फीसदी बढ़ी है।
सरकार ने केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के स्तर पर रखने की जिम्मेदारी दी है। रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर ही गौर करता है।