गदगद भाजपा ने बनाई नई रणनीति, विकास का मुद्दा गायब
प्रहरी संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश का चुनावी माहौल अब बदला-बदला सा नजर आने लगा है। ऐसे ही माहौल के इंतजार में बैठी सत्ताधारी भाजपा अब नई रणनीति के तहत चुनावी नैया पार करने की तैयारी में है। भाजपा अब विकास की बजाय कांग्रेसी नेताओं के बयान को लेकर हिंदू मुस्लिम वाली राजनीतिक फसल काटना चाह रही है।
केंद्र के भरोसे थी भाजपा, अब एजेंडे पर लौटी
कुछ दिनों पहले तक चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में भाजपा के तमाम दिग्गज नेता केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज और उपलब्धियों के साथ-साथ अपनी राज्य सरकारों के कामकाज को भी गिनाते नजर आते थे, जबकि प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी कानून व्यवस्था, किसान आंदोलन, अधूरे एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने जैसे मुद्दों को उठाकर विकास के मसले पर भाजपा को घेर रही थे।
इसके अलावा, कांग्रेस के तमाम नेता भी भाजपा सरकार के विकास के दावों को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रहे थे। ऐसा लगने लगा था कि चुनाव विकास और इससे जुड़े मुद्दों पर केंद्रित होने जा रहा है, लेकिन कांग्रेसी नेताओं के बयानों ने इस पूरे चुनावी माहौल को बदल दिया है।
हिंदू, हिंदुत्व और राम बनेंगे तारणहार
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अपने पिच पर आकर बॉलिंग करने से प्रसन्न भाजपा ने होम ग्राउंड का लाभ उठाकर अपनी रणनीति में बदलाव कर दिया। कांग्रेस नेताओं के हिंदू, हिंदुत्व और राम के बारे में दिए गए बयानों ने जैसे ही राजनीतिक माहौल को बदलना शुरू किया, वैसे ही इस बदलाव से गदगद भाजपा ने नई रणनीति बनाकर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा का मीडिया सेल भी इसी माहौल का इंतजार कर रहा था।