-दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में छापा, एक दिन में आयकर विभाग ने जब्त की भारी रकम
डिजिटल न्यूज डेस्क, बेंगलुरु। आयकर विभाग ने सरकारी ठेकेदारों के परिसरों में तलाशी और जब्ती चलाया। यह छापे चार दिन पहले मारे गए थे, लेकिन पहली बार आधिकारिक तौर पर आयकर विभाग ने जब्ती को लेकर खुलासा किया है। आयकर विभाग की यह घोषणा इस मुद्दे पर जारी राजनीतिक खींचतान के बीच आई है। आयकर विभाग ने कहा कि कुल 94 करोड़ रुपये की बेहिसाब कैश और 8 करोड़ रुपये से अधिक के सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए गए हैं।
आयकर विभाग ने 12 अक्टूबर की छापेमारी में 102 करोड़ रुपये की बेहिसाब नगदी और आभूषण बरामद किए हैं। आयकर विभाग ने कहा कि ऑपरेशन के तहत कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली में सरकारी ठेकेदारों, रियल एस्टेट डेवलपर्स और उनके सहयोगियों को टारगेट किया गया।
बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने आरोप लगाया है कि छापे से पता चलता है कि भ्रष्टाचार कांग्रेस के डीएनए में है। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नड्डा के इस आरोप का मजाक उड़ाया कि कांग्रेस ने राज्य को पार्टी के लिए एटीएम में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने चुनावी राज्यों में चुनावों के लिए राज्य इकाई से एक पैसा भी नहीं मांगा है।
55 ठिकानों पर छापेमारी
आयकर विभाग ने कहा कि 55 परिसरों का निरीक्षण किया गया, जांच में भौतिक और डिजिटल दस्तावेजों के रूप में काफी सबूत मिले हैं। ठेकेदारों ने कथित तौर पर फर्जी खरीद, उप-ठेकेदारों के साथ व्यय दावों और अयोग्य खर्चों को जमा करने के माध्यम से खर्चों को बढ़ा-चढ़ाकर कम आय दिखाई है। एक निजी वेतनभोगी कर्मचारी के घर से लगभग 30 लग्जरी कलाई घड़ियों का पता चला है, जो घड़ियों के व्यवसाय में शामिल नहीं है।